श्री बंशीधर राधिका, रंगे फागुनी रंग।
होली मिलकर खेलते, सखा सखी के संग।
सखा सखी के संग, मचाते हंसी-ठिठोली।
पोतें गाल गुलाल, परस्पर केसर रोली।
मीठे राग पराग, फाग गाते हैं प्रीति कर।
नमन लाडली लाल, राधिका श्री बंशीधर।
By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब🙏🏻🙏🏻
#happy_holi_2021
#holi
#holihai
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें